एलोवेरा यानी ग्वारपाठा आयुर्वेद की एक महवपूर्ण जड़ी बूटी है | एक लेख में हम एलोवेरा क्या है ? एलोवेरा के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे |
एलोवेरा क्या है ?
एलोवेरा यानी ग्वारपाठा आयुर्वेद की एक महवपूर्ण जड़ी बूटी है जिसे औषधीय पौधे के रूप में भी जाना जाता है | एलोवेरा का पौधा छोटे तने का रसीला तथा गुद्देदार होता है | एलोवेरा के पत्ते इस पौधे के चारों तरफ लगे होते हैं तथा इनके आगे का भाग नुकीला होता है और किनारों पर छोटे छोटे कांटे होते हैं |
एलोवेरा का उपयोग हजारों वर्षों से विभिन्न स्वास्थ्य सम्बन्धी बिमारियों के ईलाज में किया जा रहा है | आमतौर पर सीधे पौधे से भी इसका उपयोग करना सुरक्षित होता है तथा अप इसे जेल ( Gel ) के रूप में भी खरीद सकते हैं | एलोवेरा की क्रीम , एलोवेरा जेल तथा मलहम में एलोवेरा पौधे के पतियों में पाये जाने वाला शुध्द गुदा या जेल होता है |
एलोवेरा का उपयोग कैसे करें और उससे होने वाले संभावित लाभ और जोखिम जानने के लिये आगे पढ़ें —
एलोवेरा का पौधा कैसे लगायें ? How to Grow Aloe Vera Plant |
एलोवेरा का पौधा बहुत ही कम समय में उग जाता है और इसे लगाने में अधिक मेहनत भी नही लगती |
एलोवेरा का पौधा लगाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान |
- एलोवेरा का पौधा शुष्क होता है | इसे सूर्य की किरणों की आवश्यकता पानी की अपेक्षा ज्यादा होती है |
- चूँकि इस पौधे को धुप की आवश्यकता ज्यादा होती है इसलिए आप इसे अपने घर की खिड़की में रख सकते हैं | ताकि इसे 8 से 10 घंटे की धुप लगे |
- अगर ज्यादा धुप लगा दी जाये तथा इसकी पत्तियों का रंग भूरा होने लगे तब इसे कुछ समय के लिए धुप से हटा दें |
- एलोवेरा के पौधे में अधिक पानी की मात्रा डालने से यह सड़ने लगता है इसलिए पानी अधिक नहीं डालना चाहिये |
- आगे आप गमले में एलोवेरा का पौधा लगा रहें हैं तो पहले यह सुनिश्चित कर लें की गमले में नीचे की तरफ एक छेद होना चाहिये ताकि आवश्यक पानी वहां से बाहर निकल सके |
- एलोवेरा का पौधा लगाने के बाद कुछ समय तक इसमें पानी न डालें ताकि इसकी जड़ें मिट्टी को अच्छे से पकड़ लें |
एलोवेरा का पौधा कैसे उगायें ? How to Grow Aloe Vera Faster ?
- सबसे पहले महत्वपूर्ण बात यह है की आपको मिटटी नर्म ही डालनी है क्योंकि इस पौधे की जड़ें काफी कोमल होती हैं |
- इसकी मिटटी में 60 % बाग की मिट्टी , 20 % बालू मिट्टी और 20 % गोबर की खाद तैयार करें |
- एलोवेरा में पानी काफी मात्रा में मोजूद रहता है इसलिए मिट्टी में ज्यादा पानी न डालें , सिर्फ नमी बनी रहें इतना काफी है अन्यथा पौधा गलना शुरू हो जायेगा |
- इसके बाद एलोवेरा की 3 – 4 पत्तियों को साफ करके अलग अलग कर लें |
- इसके बाद इसकी पतियों की नीचे वाली साईड को मिट्टी से दबा दें |
- अब इसे 40-50 दिनों तक शेड में रखें | जब इसमें नई पतियां आना शुरू हो जाये तब आप इसे सूर्य की किरणों में भी रख सकते हैं |
Aloe Vera Flower | एलोवेरा का फुल |
एलोवेरा का फुल बड़ा ही दुर्लभ दिखने वाला होता है | यह विषाणुओं से होने वाली आंखों के सुजन में बहुत ही लाभदायी है | इसलिए इसका यह गुण आंखों के लिए बहुत ही फायदेमन्द है |
एलोवेरा का प्रयोग कैसे करें ? How to use Aloe Vera on Skin?
* कैसे करें एलोवेरा का इस्तेमाल ?
एलोवेरा के फूलों , पत्तों तथा जड़ का इस्तेमाल अलग अलग तरीकों से किया जा सकता है | पीने के लिये आप इसे जूस तथा गाढ़ा बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं तथा इसकी पत्तियो से बना जेल ( Gel ) बालों तथा स्किन के लिये बहुत फायदेमन्द है |
* एलोवेरा जूस | Aloe Vera Juice |
आप एलोवेरा को जूस के रूप में ग्रहण कर सकते हैं | इससे आपका इम्यून सिस्टम भी मजबूत बनता है | इसमें एन्टी-ओक्सिडेंट गुण पाये जाते हैं | जो की शरीर में मौजूद शुगर को कम करने में मदद करता है |
* एलोवेरा सलाद के रूप में
आप सलाद के तौर पर भी एलोवेरा की पत्तियों को ले सकते हैं | इन्हें अच्छे से धो कर काट लें | हल्के कांटेदार वाली साईड को भी चाकू की मदद से हटा लें और फिर इसका सेवन सलाद के रूप में करें | अगर आप किसी बीमारी से जूझ रहें है तो इसके इस्तेमाल से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य सलाह लें |
* गुनगुने पानी के साथ लें
अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक अक्षमता को बढ़ाने के लिये आप गुनगुने पानी में एलोवेरा , आवंला , गिलोय तथा निम्बू का रस मिलाकर पी सकते हैं |
* कुमारी लवण ( kumari Lawan )
- अच्छी अच्छी एलोवेरा की पतियां लें |
- पत्तियो को अच्छे से धोकर उनका जेल निकालकर अलग रख दें |
- अब पतियों के छिलकों को एक मटकी में रख दें |
- मटकी के अंदर का पानी जब जलकर काला हो जाये |
- तब इसे बारीक़ पीसकर तथा छानकर एक बोतल में भर लें |
- अब आप इसे ग्रहण कर सकते हैं |
* एलोवेरा जेल | एलोवेरा जेल लगाने का तरीका |
एलोवेरा जेल प्रकृति के शानदार तोहफों में से एक है | यह आपके स्किन तथा बालों के बहुत ही लाभदायक है | अगर आपके शरीर का कोई अंग जल गया हो तो एलोवेरा जेल लगाने से जलन में राहत मिलती है | हेल्थ का इस जेल का ओषधियों के रूप में भी प्रयोग किया जाता है | इसमें एन्टी-एजिंग तथा एन्टी-ओक्सिडेंट गुण होता है जो चेहरे की झुर्रियां हटाने में मदद करता है |
इसके अलावा आप एलोवेरा का अचार भी बना सकते हैं या सब्जी तथा बर्फी बनाकर भी इसका इस्तेमाल होता है |
एलोवेरा के क्या क्या फायदे हैं ? What are the benefits of aloe vera ?
एलोवेरा यानि ग्वारपाठा में रोग निवारण गुण कुट कुट कर भरे पड़े रहते हैं | आयुर्वेद में इसे घृतकुमारी के नाम से जाना जाता है | एलोवेरा के औषधीय गुण की अगर बात करें तो इसमें विटामिन – A, विटामिन – C तथा ई काफी मात्रा में पाया जाता है |
आइये जानते हैं एलोवेरा जूस कब और कैसे पीना चाहिए ? तथा एलोवेरा जूस कौन कौन सी बीमारी में काम आता है ?
- पिम्पल व झुर्रियां :- एलोवेरा में एन्टी-ओक्सिडेंट भरपूर मात्रा में होता है | यह हमारी चेहरे पर मौजूद झुर्रियों को हटाने में मदद करता है | एलोवेरा जेल को चेहरे पर लगाने से स्किन टोन ब्राईट होता है | यह एक बहुत अच्छा मोइस्चराईजर है क्योंकि यह त्वचा को पोषण देने का काम करता है |
- दिल के लिए एलोवेरा ( Aloe Vera for Heart ) :- एलोवेरा जूस के फायदे में एक यह भी है की यह हमे दिल की समस्याओं जैसे – डाक्सोरुबिसिन के दुष्प्रभाव से बचाता है | एक अध्ययन के अनुसार डायबिटीज के मरीजों को अगर 3 महीनों तक एलोवेरा जूस का सेवन कराया जाए | उनमे 15 % तक सुधार हो सकता है | दूसरी तरफ एलोवेरा रस हमारे दिल के लिए रक्षा कवच का कार्य करता है |
- बालों के लिए ( Aloe Vera For Hair ) :- अगर आपके बाल झड़ने लगे हैं तो एलोवेरा का रस नियमित लगाने से बालों के झड़ने में रुकावट आती है तथा नये बाल आने लगते हैं | यदि आप एलोवेरा जूस का उपयोग आवंला तथा जामुन के साथ करते हैं तो इससे बालों को मजबूती मिलती है |
- वजन कम करने के लिए ( Aloe Vera juice for weight loss ) :- एलोवेरा जूस का सेवन करने से मोटापे को कम करने में मदद मिलती है | एलोवेरा का जूस मोटापा कम करने में फायदेमन्द है | अगर आप 10 ग्राम एलोवेरा रस में मेथी के ताजे पत्तो को पीसकर उसका प्रतिदिन सेवन करें या 4 ग्राम गिलोय के चूर्ण को 20 ग्राम एलोवेरा के रस में मिलाकर नियमित रूप से एक महीने तक सेवन करने से मोटापे के बचाव में फायदेमन्द होता है | यह हमारे शरीर में जमा फैट को तेजी से बर्न करने में मदद करता है | एलोवेरा का जूस डायबिटीज तथा मोटापे से परेशान लोगों के लिए बहुत फायदेमन्द है |
- रोग प्रतिरोधक अक्षमता को बढाता है ( Aloe Vera gel for immune system ) :- एलोवेरा के सेवन से हमारी शरीर की कोशिकाओं में नायट्रिक ऑक्साइड तथा साईटोकिस का उत्पादन बढाता है | जिससे हमारे शरीर को बिमारियों से लड़ने में बहुत मदद मिलती है तथा शरीर की रोग प्रतिरोधक अक्षमता बढती है | इसके अतिरिक्त एलोवेरा के सेवन करने से यह हमारे शरीर में सेलुलर और ह्युमोरल इम्यून के उत्पादन को बढ़ावा देता है | जिससे हमारे शरीर को बिमारियों से लड़ने की अक्षमता में बढ़ावा मिलता है |
- पाचन क्रिया के लिए एलोवेरा ( Aloe Vera gel for digestive system ) :- अगर आपको एसिडिटी या कब्ज जैसी समस्या बार बार परेशान करती है तो एलोवेरा का जूस आपके लिए वरदान साबित हो सकता है क्योंकि एलोवेरा में लैक्सटिव ( Laxative ) होता है जो हमारे शरीर में पेट को साफ रखने में मदद करता है | यह हमारे पाचन तंत्र को अंदर से डीटाक्स करता है | जिससे कब्ज और IBS के अलावा यह पेट के अल्सर में भी मददगार है | एक अध्ययन के आधार पर पता चलता है कि एलोवेरा पेप्टिर अल्सर में भी लाभदेय है | यह एच . पाइलोरी ( H.Pylori) से निपटने में भी मददगार है | एलोवेरा पेट से जुड़े सभी रोंगों में लाभदेह है | पेट में गैस बनने या खाना ना पचने की समस्या हो तो आप सुबह 20 ग्राम एलोवेरा रस में निम्बू तथा शहद मिलाकर सेवन करने से पेट संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं | साथ ही हमारी पाचन शक्ति को भी मजबूत बनाता है |
- मानसिक स्वास्थ्य के लिए | Aloe Vera for Mental Health | :- हमारे देश में हर दूसरा व्यक्ति किसी न किसी प्रकार की टेंशन या डिप्रेशन का शिकार है | एलोवेरा में सैक्राइडस ( Saccharides) होता है जो हमारी मैमोरी में सुधार लाता है तथा टेंशन से हमे राहत दिलाता है | अत: जो लोग डिप्रैशन या तनावपूर्ण हों उन्हें एलोवेरा को उन्हें एलोवेरा को अपनी डाईट में जरुर शामिल कर लेना चाहिए |
- सूजन में एलोवेरा के फायदे | Aloevera For Swelling | :- फ्री रेडिकल्स से हमारे शरीर में ओक्सिडेटिव नुकसान हो जाता है | जिससे शरीर में सूजन आ जाती है | एलोवेरा में काफी मात्रा में एन्टी-ऑक्सीडेंट होने की वजह से यह हमारे शरीर की सुजन को कम करने में मदद करता है | नियमित रूप से एलोवेरा जूस का सेवन करने से शरीर की सुजन में राहत मिलती है |
- खांसी में फायदा | Aloe Vera For Cough | :- एलोवेरा का जूस खांसी में औषधि का काम करता है | अगर आपको खांसी या नजला है तो एलोवेरा के पत्ते को भूनकर उसका रस निकाल लें | अब 1/2 चमच्च जूस एक कप गर्म पानी में डालकर लेने से आपको कफ या खांसी से राहत मिलेगी |
- पेट की बीमारी के लिए | Use of Aloe Vera in Abdominal Disease | :- एलोवेरा की जेल ( Gel ) को पेट के ऊपर बांधने से आंतो में जमा हुआ मल सरलता से बाहर निकल जाता है तथा इससे पेट की गांठ भी बैठ जाती है | एलोवेरा की जड़ को उबाल कर तथा छानकर उसमे भूनी हुई हींग मिलाकर पीने से पेट के दर्द से राहत मिलती है |
- मूत्ररोग में लाभ ( Use of Aloe Vera in Urinary Disease ) :- एलोवेरा के 5 से 10 ग्राम ताजे जेल में चीनी मिलाकर सेवन करने से पेशाब में हो रही जलन में आराम मिलता है |
- डायबिटीज के मरीजों के लिए ( Aloe Vera for Diabetes ) :- भारत में डायबिटीज की बीमारी आजकल आमतौर पर देखी जा सकती है यहां तक की नवजात बच्चों पर भी यह खतरा मंडरा रहा है | अपने खान पर नियत्रण करके ही हम मधुमेह से बच सकते हैं | मधुमेह के रोगी अगर घृतकुमारी का सेवन करते हैं तो उन्हें काफी हद तक आराम मिलता है | एलोवेरा जूस का सेवन करने से टाईप -2 डायबिटीज मरीजों के ब्लड शुगर में गिरावट देखी गई है |
- कब्ज के एलोवेरा ( Aloe Vera For Costipation ) :- रोजमर्रा की जिन्दगी में हमे कई बार बाहर का मसालेदार तथा चटपटा खाना खाने से अक्सर कब्ज जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है | कब्ज होने पर एलोवेरा जूस का सेवन करने से जबरदस्त फायदे मिलते हैं | आयुर्वेद के अनुसार एक समय में एलोवेरा जेल की मात्रा 30 मिलि. तक ही ले सकते हैं तथा दिन में सिर्फ दो बार सेवन कर सकते हैं | आवश्यकता से अधिक मात्रा में सेवन करने से यह फायदे की बजाय शरीर में नुकसान कर सकता है |
- गठिया में फायदेमन्द ( Aloe Vera for Arthritis ) :- उम्र बढ़ने के साथ साथ हमारी हड्डियां भी कमजोर होना शुरू कर देती हैं | इसी वजह से जोड़ों में दर्द या गठिया की समस्या भी होने लगती है | एलोवेरा का जूस जोड़ों के दर्द में लाभदायक होता है | एक अध्ययन में पता चलता है की एलोवेरा का जूस अस्टियो अर्थरायटिस ( Osteoarthritis ) के ईलाज में बेहतर मददगार है |
कुमारी लवण की विधि – कुमारी लवण कैसे बनाएं ( How to make Kumari Lawan ) :-
- अच्छे तथा ताजे एलोवेरा की पतियां लें |
- उनका गुदा निकालकर छिलकों को अलग से मटकी में भर लें |
- अब मटकी में छिलकों जितनी मात्रा में नमक मिलाकर उसका मुह बंद कर दें |
- अब मटके को उपले की आंच पर रख दें |
- जब मटके के भीतर का पानी जलकर काला हो जाये |
- तब उसे महीन पीसकर एक शीशी में डालकर रख दें |
- कुमारी लवण सेवन के लिए तैयार है |
एलोवेरा के फायदे चेहरे ( How to use Aloe Vera Face gel )
- एलोवेरा में अनेक प्रकार के विटामिन , प्रोटीन और मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं तथा हमारी त्वचा को भी इन पोषक तत्वों की बहुत आवश्यकता होती है | एलोवेरा जेल इन सभी जरूरतों को पूरा करता है |
- यदि आप अपनी त्वचा को चमकदार बनाना चाहती है तो एलोवेरा जेल आपके चेहरे के लिये चमत्कारी औषधि की तरह काम करता है |
एलोवेरा को फेस पर कैसे लगाएं ?
- ककड़ी के साथ एलोवेरा के गुदा को अपने चेहरा तथा आंखो के इर्द गिर्द लगायें |
- एलोवेरा जेल तथा खीरा को एक साथ मिक्स करें |
- अब इनको एक जालीदार कपडे से छानकर रस निकल लें |
- अब इस मिश्रण में विच हेजेल तथा जिलेटिन को मिलाएं |
- धीरे धीरे इसको मिक्स करते हुए हलकी आंच पर गर्म करें तथा जब तक यह मिश्रण गाढ़ा ना हो जाए तब तक गर्म करें |
- अब एक शीशी में इसे भर लें और रोजाना इस्तेमाल करें |
सुबह खाली पेट एलोवेरा खाने से क्या होता है ?
खाली पेट एलोवेरा खाने के फायदे :-
अगर आपको त्वचा संबंधी कोई भी समस्या है तो सुबह उठकर खाली पेट एलोवेरा जूस का सेवन करना प्रारम्भ कर दें | ”एक पंथ दो काज” इससे आपकी दोनों समस्याएं ठीक हो जायेंगी , त्वचा सम्बंधी भी तथा पेट व् जोड़ो के दर्द की समस्या | एलोवेरा में बहुत सारे पोषक तत्व व् एन्टी-ओक्सिडेंट होते हैं जो आपकी त्वचा को सोन्दर्यता को बनाए रखने में बहुत मदद करते हैं | एलोवेरा का सोंदर्य निखार के लिए बहुत सारे हर्बल प्राडक्ट में इस्तेमाल किया जाता है |
एलोवेरा के नुकसान ( Side Effect Of Aloe Vera ):-
एलोवेरा के क्या नुकसान है ? – हालांकि एलोवेरा हमारी सेहत और त्वचा के लिये काफी फायदेमन्द होता है तथा इसका इस्तेमाल अनेक प्रकार के ब्यूटी प्रोडक्ट तथा ओषधियों के रूप में भी होता है |
- अधिक मात्रा से एलोवेरा का इस्तेमाल करने से यह हमारे शरीर को हानि भी पहुंचा सकता है | अधिक मात्रा में इसका इस्तेमाल करने से इसमें मौजूद लेटेक्स कोलाईटिस, क्रोहन रोग , एपेंडिसिटिस पेट दर्द तथा अल्सर जैसी समस्याओं को जन्म से सकता है | इसकी पतियों के अन्दर लेक्सेटिक की लेयर होती है जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक होती है |
- गर्भवती एवं स्तनपान :- गर्भवती एवम स्तनपान कराने वाली महिलाओं को एलोवेरा जूस का सेवन नही करना चाहिये क्योंकि इससे गर्भवती महिलाओं में गर्भाशय के संकुचित होने का खतरा लगा रहता है तथा गर्भपात एवम जन्म दोष भी हो सकता है |
- ब्लड प्रेशर :- जिन व्यक्तियों को निम्न रक्त चाप की समस्या हैं उन्हें एलोवेरा जूस का प्रयोग नहीं करना चाइये क्योंकि इसके सेवन से ब्लड प्रेशर लो हो जाता है |
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